प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज झारखंड से 6 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिनमें से चार ट्रेनें बिहार को जोड़ेंगी। यह नई ट्रेनें देशभर में तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के अनुभव को और सशक्त करेंगी। पटना-टाटा समेत बिहार को मिली इन चार वंदे भारत ट्रेनों से राज्य के यात्रियों को काफी लाभ होगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार:
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाते हुए कहा, "वंदे भारत ट्रेनें देश की नई उन्नति और प्रगति का प्रतीक हैं। यह सिर्फ ट्रेनों का परिचालन नहीं है, बल्कि एक मजबूत और आधुनिक भारत की दिशा में एक और कदम है।"
इन ट्रेनों से बिहार और झारखंड के प्रमुख शहरों को न सिर्फ देश के अन्य हिस्सों से तेजी से जोड़ा जाएगा, बल्कि क्षेत्र के व्यापार और पर्यटन में भी बढ़ोतरी होगी।
बिहार को मिली चार वंदे भारत ट्रेनें:
प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई 6 वंदे भारत ट्रेनों में से चार ट्रेनें बिहार के लिए हैं। इनमें पटना-टाटा वंदे भारत एक्सप्रेस विशेष रूप से चर्चा में है, जो बिहार और झारखंड के बीच यातायात को सुगम बनाएगी। इसके अलावा, बिहार से अन्य प्रमुख शहरों के लिए भी नई ट्रेनें शुरू की गई हैं, जिससे राज्य के यात्रियों को सुविधाजनक और तेज़ यात्रा का अनुभव मिलेगा।
वंदे भारत: देश की प्रगति का प्रतीक:
वंदे भारत ट्रेनें अपने अत्याधुनिक सुविधाओं के कारण देशभर में लोकप्रिय हो रही हैं। इन ट्रेनों में यात्रियों को आरामदायक सीटें, तेज़ गति, आधुनिक इंफोटेनमेंट सिस्टम और बेहतर सुरक्षा सुविधाएं मिलती हैं। पीएम मोदी ने कहा, "वंदे भारत ट्रेनें केवल यात्रा को तेज़ नहीं करतीं, बल्कि ये नए भारत की गति और ताकत को भी दर्शाती हैं।"
इन नई वंदे भारत ट्रेनों के संचालन से बिहार और झारखंड में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और क्षेत्र के विकास को नया आयाम मिलेगा। प्रधानमंत्री की इस पहल से यात्रियों को तेज़ और आरामदायक यात्रा के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।