सोशल फाउंडेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (SFHR) द्वारा आयोजित मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण पर सेमिनार
आज, 2 अक्टूबर 2024 को गांधी जयंती के पावन अवसर पर सोशल फाउंडेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (SFHR) द्वारा एक महत्वपूर्ण सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। इस सेमिनार का विषय है "मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण," जिसका उद्देश्य महात्मा गांधी के आदर्शों और उनके विचारों को आज के समाज में प्रासंगिक बनाना है। सेमिनार का आयोजन Woodapple Residency, 3, हरगोबिंद एन्क्लेव, विकास मार्ग, मेट्रो पिलर नं. 114 के सामने, दिल्ली - 110092 में किया जाएगा।
यह आयोजन गांधी जी की शिक्षाओं और उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें मुख्य रूप से मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय की स्थापना, और समाज के कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण पर जोर दिया गया है। गांधी जी का जीवन और उनके सिद्धांत, जैसे अहिंसा, सत्य और समानता, आज भी सामाजिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से इन्हीं सिद्धांतों पर पुनः विचार-विमर्श और समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाएगा।
सेमिनार के मुख्य विषय
मानवाधिकारों की रक्षा:
मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े विषयों पर गहन चर्चा की जाएगी, जिसमें यह बताया जाएगा कि कैसे समाज में प्रत्येक व्यक्ति को उसके अधिकार मिलने चाहिए, चाहे वह किसी भी वर्ग, जाति, धर्म या लिंग से संबंधित हो। सेमिनार में वक्ता मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए नए उपायों और चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।सामाजिक न्याय:
सामाजिक न्याय की अवधारणा पर विचार किया जाएगा, जिसमें यह सुनिश्चित करने पर जोर होगा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर और न्याय मिले। वक्ताओं द्वारा उन तरीकों पर चर्चा की जाएगी, जिनसे समाज में व्याप्त असमानता को कम किया जा सकता है और वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाया जा सकता है।सशक्तिकरण के पहलू:
सशक्तिकरण के मुद्दे पर चर्चा करते हुए वक्ता विशेष रूप से महिलाओं, दलितों, और आदिवासियों के सशक्तिकरण पर जोर देंगे। इसमें सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े लोगों के सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। वक्ता यह बताएंगे कि कैसे इन वर्गों को समान अवसर देकर समाज को समृद्ध बनाया जा सकता है।
सेमिनार के आयोजक और सहभागिता
इस सेमिनार को सफलतापूर्वक आयोजित करने में SFHR की टीम सक्रिय रूप से लगी हुई है। इस कार्यक्रम के इवेंट कोऑर्डिनेटर, पी. एच. दिवाकर और मो. सदरे आलम, सेमिनार के संचालन की पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे। इन दोनों कोऑर्डिनेटर्स के अनुभव और दिशा-निर्देश से कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया जाएगा।
सेमिनार के मुख्य अतिथि और वक्ता अपने-अपने क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं और मानवाधिकार, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के मुद्दों पर गहन समझ रखते हैं।
सेमिनार का महत्व
महात्मा गांधी के सिद्धांतों को फिर से जगाने का यह प्रयास एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समाज में व्याप्त असमानताओं और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने और बदलाव लाने के लिए प्रेरित करेगा। इस सेमिनार से मानवाधिकारों की रक्षा और समाज के कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण के प्रयासों को एक नई दिशा मिलेगी।
SFHR का यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि गांधी जी के आदर्श आज भी हमारे लिए प्रासंगिक हैं और हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलने की प्रेरणा देते हैं।