प्रविष्टि तिथि: 30 NOV 2025, 7:45 PM
स्थान: नई दिल्ली (PIB)
भारत ने वैश्विक कौशल मंच पर एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। वर्ल्डस्किल्स एशिया प्रतियोगिता (WSAC) 2025 में अपनी पहली ही भागीदारी में देश ने 29 देशों में से 8वाँ स्थान हासिल कर एक मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। एशिया के अग्रणी स्किल इकोसिस्टम के बीच प्रतिस्पर्धा करते हुए भारत ने उभरते एवं उच्च मांग वाले कौशल क्षेत्रों में अनुशासन, नवाचार और वैश्विक स्तर की उत्कृष्टता का परिचय दिया।
यह प्रतियोगिता युवा कौशल क्षमता, तकनीकी दक्षता और आधुनिक उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रतिभाओं को पहचानने का मंच है। भारत की इस उल्लेखनीय सफलता के पीछे प्रशिक्षण, तकनीकी मार्गदर्शन और उद्योग-सहयोग की मजबूत प्रणाली का योगदान रहा।
भारतीय दल का गठन और तैयारी
इस प्रतियोगिता में स्किल डवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मंत्रालय (MSDE) के नेतृत्व में भारत की टीम ने हिस्सा लिया।
NSDC तथा विभिन्न तकनीकी साझेदार संस्थानों ने प्रतियोगियों को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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भारतीय दल में 23 प्रतियोगी थे, जिन्होंने 21 कौशल श्रेणियों में प्रतिभा दिखाई।
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टीम के साथ 21 विशेषज्ञ भी मौजूद थे, जिन्होंने मार्गदर्शन और तकनीकी सहायता प्रदान की।
महीनों तक चले उद्योग-आधारित प्रशिक्षण, ग्लोबल एक्सपर्ट्स के साथ अभ्यास और कठोर मूल्यांकन ने भारतीय दल को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया।
भारत के पदक और सम्मान
प्रतियोगिता में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 1 रजत, 2 कांस्य एवं 3 मेडलियन फॉर एक्सीलेंस हासिल किए।
🥈 रजत पदक
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पेंटिंग एवं डेकोरेटिंग – मुस्कान
🥉 कांस्य पदक
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इंडस्ट्रियल डिजाइन टेक्नोलॉजी – कोमल पांडा
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रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन – शिवम सिंह एवं दिनेश आर
🏅 मेडलियन फॉर एक्सीलेंस
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सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन डेवलपमेंट फॉर बिजनेस – मोहम्मद माफ़ाज़ पी.आर.
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वेब टेक्नोलॉजीज – आदित्य नंदन
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इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन्स – धनुष एम.जी.
प्रतियोगिता में महिलाओं का शानदार योगदान
महिला प्रतियोगियों ने इस बार विशेष रूप से शानदार प्रदर्शन किया।
उन्होंने गैर-पारंपरिक कौशल क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त की और भारत के कुल पदकों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कई महिला प्रतिभागियों को “बेस्ट इन द कंट्री” सम्मान भी मिला, जो इस प्रतियोगिता में भारत के भीतर सर्वोच्च स्कोर के लिए दिया जाता है।
सरकार की प्रतिक्रिया
स्किल डवलपमेंट और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंता चौधरी ने भारत की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा:
“वर्ल्डस्किल्स एशिया 2025 में भारत का प्रदर्शन हमारे युवाओं के आत्मविश्वास, रचनात्मकता और अनुशासन की मिसाल है। प्रत्येक सम्मान हमारे प्रतियोगियों की मेहनत, उनके प्रशिक्षकों के समर्पण और भारत की मजबूत स्किलिंग इकोसिस्टम का प्रमाण है। देश एक तकनीक-प्रधान और वैश्विक रूप से जुड़े भविष्य की ओर बढ़ रहा है, और हमारे युवा इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।”
स्किलिंग इकोसिस्टम की ताकत
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प्रतियोगियों का चयन इंडियास्किल्स नेशनल प्रतियोगिता 2024 के माध्यम से हुआ।
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प्रशिक्षण प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों, सेक्टर स्किल काउंसिल्स और वैश्विक तकनीकी विशेषज्ञों के सहयोग से हुआ।
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इससे भारतीय प्रतिभाओं की विश्व-स्तरीय तैयारी सुनिश्चित हुई।
भारत का यह प्रदर्शन भविष्य की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है और देश की उस महत्वाकांक्षा को साबित करता है जिसके तहत भारत को दुनिया के कौशल हब के रूप में उभरना है।
वर्ल्डस्किल्स एशिया 2025 – प्रतियोगिता की झलक
इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के तीसरे संस्करण में:
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500+ प्रतियोगियों ने भाग लिया
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44 कौशल श्रेणियों में मुकाबला हुआ
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29 एशियाई सदस्य एवं गेस्ट देशों ने हिस्सा लिया
यह मंच युवा प्रतिभाओं को नवाचार, कौशल उत्कृष्टता और भविष्य-उन्मुख क्षमता प्रदर्शित करने का अवसर देता है, साथ ही मेजबान राष्ट्र में शिक्षा, अर्थव्यवस्था, पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी बढ़ावा देता है।
