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लखीसराय: बिहार के लखीसराय जिले के जिलाधिकारी रजनीकांत ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) का आवेदन किया, जिसे राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंजूर कर लिया है। रजनीकांत, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 2011 बैच के अधिकारी हैं, ने 25 अगस्त को वीआरएस के लिए आवेदन किया था। इस आवेदन को 26 अगस्त को मंजूरी मिल गई, और उन्हें 1 सितंबर 2024 से सेवानिवृत्त माना जाएगा।रजनीकांत के इस अचानक निर्णय ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। उनके कार्यकाल के दौरान लखीसराय जिले में विकास कार्यों और प्रशासनिक सुधारों को लेकर उनके योगदान की सराहना की जाती रही है। उनके इस कदम ने कई सवालों को जन्म दिया है, जिनमें उनके इस्तीफे के कारणों को लेकर चर्चा प्रमुख है।
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दूसरी ओर, दरभंगा जिले की एसपी ग्रामीण, आईपीएस काम्या मिश्रा ने भी कुछ समय पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन किया था। हालांकि, उनके वीआरएस के आवेदन पर अब तक सरकार द्वारा कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। काम्या मिश्रा, जो अपनी कर्तव्यनिष्ठा और सख्त प्रशासनिक कार्यशैली के लिए जानी जाती हैं, का इस्तीफा भी एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है।
बिहार में बीते दो महीनों के भीतर दो वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वीआरएस मांगने के घटनाक्रम ने राज्य के प्रशासनिक ढांचे पर गहरी छाप छोड़ी है। रजनीकांत का इस्तीफा मंजूर होने के बाद, अब सभी की निगाहें काम्या मिश्रा के आवेदन पर टिकी हैं। राज्य सरकार का अगला कदम क्या होगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा, और इसके प्रभाव भी व्यापक हो सकते हैं।

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